गोरोचन की सहायता से इस यंत्र को भोजपत्र पर लिखें और शहद से भरे हुए पात्र में डाल दें. शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व भूत-प्रेत पिशाच-शाकिनी-डाकिनी यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी, यक्ष राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकम क्षणेन हन हन भंजय भंजय मारय मारय ओम हरिम काली कपलिनी जगातील इतर https://sanskrit-mantras85173.pointblog.net/how-to-do-vashikaran-for-dummies-77413149